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महिला उत्पीड़न क्या है, रोकथाम के उपाय

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महिला उत्पीड़न

Women Harassment: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती संगीता ने अमरोहा में महिला उत्पीड़न की रोकथाम और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से एक दिवसीय जन सुनवाई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया. यह कार्यक्रम विकास भवन सभागार कक्ष, जोया रोड अमरोहा में संपन्न हुआ। महिला उत्पीड़न क्या है

जन सुनवाई और अधिकारियों को निर्देश

जन सुनवाई के दौरान, श्रीमती संगीता के समक्ष तीन महिलाओं ने अपनी समस्याएं रखीं, जिन्हें उन्होंने गंभीरतापूर्वक सुना और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्राप्त प्रार्थना पत्रों का यथाशीघ्र निस्तारण कर आयोग को अवगत कराया जाए। साथ ही, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं से संबंधित अधिक से अधिक मामलों का जनपद स्तर पर ही निस्तारण किया जाए।

श्रीमती संगीता ने पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया कि यदि कोई महिला शिकायत लेकर थाने आती है, तो उसकी शिकायत को पूरी गंभीरता के साथ सुना जाए, आवश्यक कार्रवाई की जाए और शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाए। घरेलू हिंसा से संबंधित लंबित प्रकरणों के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि सर्वप्रथम दोनों पक्षों को बुलाकर वन स्टॉप सेंटर और संबंधित महिला थाना पर उनकी बातचीत कराई जाए ताकि सुलह-समझौते के माध्यम से मामलों का निस्तारण हो सके। महिला उत्पीड़न क्या है

उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि मौके पर जाकर सुलह-समझौते के आधार पर अधिक से अधिक मामलों का निस्तारण कराया जाए और समस्या आने पर प्रशासन का सहयोग लिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार, महिला आयोग महिलाओं की सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह संवेदनशील है।

निरीक्षण और व्यवस्था संबंधी निर्देश

जन सुनवाई के बाद, श्रीमती संगीता जैन ने वन स्टॉप सेंटर, अमरोहा, और जिला संयुक्त चिकित्सालय, अमरोहा का निरीक्षण किया। वन स्टॉप सेंटर में उन्होंने मेडिकल पंजिका, अल्पवास पंजिका और केस पंजिका का अवलोकन किया। उन्होंने सेंटर मैनेजर और मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता से मामलों की जानकारी भी ली. निरीक्षण के दौरान, सखी वन स्टॉप सेंटर, अमरोहा के सभी कर्मचारी उपस्थित पाए गए और सेंटर की साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।

हालांकि, वृद्धाश्रम, अमरोहा के निरीक्षण के दौरान, साफ-सफाई की व्यवस्था असंतोषजनक पाई गई। श्रीमती संगीता ने तत्काल निर्देश दिया कि कार्यालयों को साफ-सुथरा रखा जाए और किसी भी प्रकार का कूड़ा-करकट न किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से वृद्धाश्रम की सफाई को अत्यंत उच्च गुणवत्ता का बनाए रखने पर जोर दिया।

समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारी

समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. सत्यपाल सिंह (मुख्य चिकित्साधिकारी, अमरोहा), राकेश सिंह (जिला प्रोबेशन अधिकारी), सी.ओ. श्रीमती अंजली कटारिया (जिला विकास अधिकारी), श्रीमती सरिता द्विवेदी (जिला कार्यक्रम अधिकारी), संजीव कुमार (जिला कार्यक्रम अधिकारी), एस.एच.ओ. महिला थाना, गजरौला, निधि चौधरी (एस.ओ. महिला थाना अमरोहा), सुश्री कंचन टोलिया और जिला प्रोबेशन कार्यालय के समस्त कर्मचारी शामिल थे।

यह कार्यक्रम महिला उत्पीड़न की रोकथाम और पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। जिसमें आयोग ने अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए और जमीनी स्तर पर स्थितियों का जायजा लिया।

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