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ड्रोन कैमरा उड़ाने के नियम और जानकारी

ड्रोन कैमरा आज फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, सर्वेक्षण और कई अन्य क्षेत्रों में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इनकी मदद से हम ऐसे हवाई दृश्य प्राप्त कर सकते हैं जो पहले कभी संभव नहीं थे। हालांकि, किसी भी तकनीक की तरह, ड्रोन उड़ाने के भी कुछ नियम और दिशानिर्देश हैं जिनका पालन करना अनिवार्य है। यदि आप भी ड्रोन उड़ाने के शौकीन हैं या इसे अपने व्यवसाय में उपयोग करना चाहते हैं, तो भारत में ड्रोन उड़ाने के नियमों और पूरी जानकारी को समझना आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम आपको ड्रोन उड़ाने से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार से बताएंगे ताकि आप सुरक्षित और कानूनी रूप से ड्रोन कैमरा का संचालन कर सकें।
1. ड्रोन का वर्गीकरण (Classification of Drones)
भारत में ड्रोन कैमरा को उनके वजन और उपयोग के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
नैनो ड्रोन (Nano Drone): 250 ग्राम से कम वजन वाले ड्रोन।
माइक्रो ड्रोन (Micro Drone): 250 ग्राम से अधिक लेकिन 2 किलोग्राम से कम वजन वाले ड्रोन।
स्मॉल ड्रोन (Small Drone): 2 किलोग्राम से अधिक लेकिन 25 किलोग्राम से कम वजन वाले ड्रोन।
मीडियम ड्रोन (Medium Drone): 25 किलोग्राम से अधिक लेकिन 150 किलोग्राम से कम वजन वाले ड्रोन।
लार्ज ड्रोन (Large Drone): 150 किलोग्राम से अधिक वजन वाले ड्रोन।
इन वर्गीकरणों के आधार पर, ड्रोन कैमरा उड़ाने के नियम और आवश्यकताएं भिन्न हो सकती हैं।
2. पंजीकरण और विशिष्ट पहचान संख्या (Registration and Unique Identification Number – UIN)
भारत में ड्रोन कैमरा उड़ाने के लिए, कुछ श्रेणियों के ड्रोन का पंजीकरण करना और विशिष्ट पहचान संख्या (UIN) प्राप्त करना अनिवार्य है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation – MoCA) ने इसके लिए डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म (Digital Sky Platform) लॉन्च किया है।
पंजीकरण: नैनो ड्रोन कैमरा को छोड़कर, सभी ड्रोन का डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कराना आवश्यक है। पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन है और इसके लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज और जानकारी प्रदान करनी होती है।
विशिष्ट पहचान संख्या (UIN): सफल पंजीकरण के बाद, ड्रोन कैमरा को एक विशिष्ट पहचान संख्या (UIN) जारी की जाती है। यह UIN ड्रोन पर अंकित होना चाहिए।
ध्यान दें: नैनो ड्रोन को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन उन्हें कुछ प्रतिबंधों के तहत ही उड़ाया जा सकता है (जैसे कि संलग्न निजी परिसर में)।
3. अनुमति और उड़ान प्राधिकरण (Permissions and Flight Authorisation)
भारत में ड्रोन कैमरा उड़ाने के लिए, कुछ क्षेत्रों में उड़ान भरने से पहले अनुमति प्राप्त करना आवश्यक है। डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म के माध्यम से उड़ान प्राधिकरण अनुरोध (Flight Authorisation Request) दाखिल किया जा सकता है।
ग्रीन ज़ोन (Green Zone): यह वह हवाई क्षेत्र है जिसमें ड्रोन कैमरा उड़ाने के लिए किसी पूर्व अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, इन क्षेत्रों में भी कुछ नियम और ऊंचाई सीमाएं लागू हो सकती हैं।
येलो ज़ोन (Yellow Zone): यह नियंत्रित हवाई क्षेत्र होता है, जिसके आसपास ड्रोन उड़ाने के लिए पूर्व अनुमति की आवश्यकता होती है। यह अनुमति डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। येलो ज़ोन एयरपोर्ट, सैन्य प्रतिष्ठानों और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों के आसपास स्थित हो सकता है।
रेड ज़ोन (Red Zone): यह पूरी तरह से निषिद्ध हवाई क्षेत्र होता है, जिसमें किसी भी परिस्थिति में ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं होती है।
डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म आपको किसी भी स्थान का हवाई क्षेत्र मानचित्र देखने और यह जानने में मदद करता है कि वह क्षेत्र किस ज़ोन के अंतर्गत आता है। उड़ान भरने से पहले हमेशा यह जांच लें कि आपको अनुमति की आवश्यकता है या नहीं।
4. नो-फ्लाई ज़ोन और प्रतिबंधित क्षेत्र (No-Fly Zones and Restricted Areas)
कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां ड्रोन कैमरा उड़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इन क्षेत्रों में शामिल हैं:
हवाई अड्डे (Airports): हवाई अड्डों के आसपास एक निश्चित दायरे में ड्रोन कैमरा उड़ाना सख्त मना है।
रणनीतिक स्थान (Strategic Locations): सैन्य प्रतिष्ठान, सरकारी भवन, परमाणु ऊर्जा संयंत्र और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों के ऊपर ड्रोन कैमरा नहीं उड़ाया जा सकता है।
सुरक्षा और गोपनीयता के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र: सरकार समय-समय पर कुछ अन्य क्षेत्रों को भी नो-फ्लाई ज़ोन घोषित कर सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा (International Borders), नियंत्रण रेखा (Line of Control – LoC), वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control – LAC): इन क्षेत्रों के पास ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है।
विमानों, हेलीकॉप्टरों और अन्य विमानों के पास: किसी भी विमान के करीब ड्रोन उड़ाना खतरनाक हो सकता है।
5. संचालन संबंधी दिशानिर्देश (Operational Guidelines)
ड्रोन कैमरा उड़ाते समय आपको कुछ महत्वपूर्ण दिशानिर्देशों का पालन करना होगा:
दृश्य रेखा (Visual Line of Sight – VLOS): आम तौर पर, ड्रोन को हमेशा ऑपरेटर की सीधी दृश्य रेखा के भीतर ही उड़ाया जाना चाहिए। कुछ विशिष्ट अनुमति के साथ ही बियॉन्ड विजुअल लाइन ऑफ साइट (BVLOS) ऑपरेशन की अनुमति मिलती है।
ऊंचाई सीमा (Altitude Limit): ड्रोन कैमरा उड़ाने की अधिकतम ऊंचाई क्षेत्र और ड्रोन के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकती है। सामान्य तौर पर, यह सीमा 400 फीट (120 मीटर) से अधिक नहीं होनी चाहिए।
दिन के उजाले में उड़ान (Daylight Operations): आमतौर पर, ड्रोन केवल दिन के उजाले में ही उड़ाए जा सकते हैं। रात में उड़ान भरने के लिए विशिष्ट अनुमति की आवश्यकता होती है।
मौसम की स्थिति (Weather Conditions): खराब मौसम की स्थिति (जैसे तेज हवा, बारिश, कोहरा) में ड्रोन उड़ाने से बचें।
नशे की हालत में उड़ान नहीं (No Flying Under Influence): शराब या किसी भी नशीले पदार्थ के प्रभाव में ड्रोन उड़ाना गैरकानूनी है।
गोपनीयता का सम्मान (Respect Privacy): लोगों की निजी संपत्ति या गतिविधियों की निगरानी करने के इरादे से ड्रोन न उड़ाएं।
बीमा (Insurance): कुछ श्रेणियों के ड्रोन के लिए तीसरे पक्ष का बीमा अनिवार्य हो सकता है।
6. सुरक्षा दिशानिर्देश (Safety Guidelines)
सुरक्षित ड्रोन संचालन के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है:
पूर्व-उड़ान जांच (Pre-Flight Checks): उड़ान भरने से पहले हमेशा ड्रोन के सभी हिस्सों, बैटरी स्तर, प्रोपेलर और अन्य महत्वपूर्ण घटकों की अच्छी तरह से जांच करें।
कैलिब्रेशन (Calibration): सुनिश्चित करें कि ड्रोन के सेंसर और कंपास ठीक से कैलिब्रेटेड हैं।
सुरक्षित टेक-ऑफ और लैंडिंग क्षेत्र (Safe Take-off and Landing Area): ड्रोन को हमेशा खुले और सुरक्षित क्षेत्र से ही उड़ाएं और उतारें।
आपातकालीन प्रक्रियाएं (Emergency Procedures): ड्रोन में किसी भी खराबी या आपात स्थिति की स्थिति में क्या करना है, इसके बारे में पहले से जानकारी रखें।
भीड़ से बचें (Avoid Crowds): लोगों की भीड़ के ऊपर या उनके नजदीक ड्रोन उड़ाने से बचें।
जानवरों से दूरी (Keep Distance from Animals): जानवरों के पास ड्रोन उड़ाने से वे डर सकते हैं या उत्तेजित हो सकते हैं।
7. नियमों का उल्लंघन और दंड (Violation of Rules and Penalties)
ड्रोन नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना और अन्य कानूनी कार्रवाई हो सकती है। दंड नियमों के उल्लंघन की गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। इसमें ड्रोन का जब्तीकरण, जुर्माना या कानूनी मुकदमा भी शामिल हो सकता है। इसलिए, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप सभी नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करें।
8. नवीनतम अपडेट और भविष्य के रुझान (Recent Updates and Future Trends)
ड्रोन तकनीक और इसके नियम लगातार विकसित हो रहे हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय समय-समय पर नियमों में बदलाव करता रहता है। नवीनतम अपडेट के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट और अधिसूचनाओं पर नज़र रखें। भविष्य में ड्रोन के उपयोग और नियमों में और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं, खासकर BVLOS संचालन और ड्रोन कॉरिडोर के संबंध में।
सुरक्षित और कानूनी उड़ान हमारी जिम्मेदारी
ड्रोन कैमरे एक शक्तिशाली उपकरण हैं जिनमें कई संभावनाएं छिपी हुई हैं। हालांकि, इनकी सुरक्षित और कानूनी उड़ान सुनिश्चित करने के लिए नियमों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है। डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म ड्रोन पंजीकरण, अनुमति और हवाई क्षेत्र की जानकारी प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। ड्रोन उड़ाने से पहले हमेशा नवीनतम नियमों और दिशानिर्देशों को समझ लें और उनका पालन करें। सुरक्षित उड़ान का अभ्यास करके आप न केवल स्वयं को और दूसरों को सुरक्षित रखेंगे बल्कि इस रोमांचक तकनीक की प्रगति में भी योगदान देंगे।
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