धर्म
हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर: श्रद्धा, आस्था और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र

मनसा देवी मंदिर: हरिद्वार के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक मनसा देवी मंदिर एक सिद्ध पीठ है जहाँ भक्त माँ से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करवाने आते हैं। जानिए मंदिर का इतिहास, दर्शन विधि, रोपवे सुविधा और यात्रा गाइड।
मनसा देवी मंदिर – एक दिव्य अनुभव
हरिद्वार उत्तराखंड का एक पवित्र तीर्थस्थल गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यह शहर न केवल अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां स्थित मनसा देवी मंदिर जैसे शक्तिपीठ इसकी धार्मिक महत्ता को और बढ़ाते हैं। यह मंदिर माँ मनसा देवी को समर्पित है, जिनकी कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
प्रेमानंद महाराज के प्रवचन: भक्ति, ज्ञान और आत्मबोध का दिव्य संगम
मंदिर का स्थान और आध्यात्मिक महत्ता
मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार की शिवालिक पहाड़ियों के बिल्वा पर्वत पर स्थित है। यह तीन प्रमुख सिद्ध पीठों में से एक है, अन्य दो हैं चंडी देवी मंदिर और माया देवी मंदिर।
‘मनसा’ का अर्थ है इच्छा या कामना, और यह मंदिर उन लोगों के लिए विशेष है जो अपनी मनोकामनाएं पूरी करवाने के उद्देश्य से यहाँ आते हैं।
मनसा देवी मंदिर का इतिहास और पौराणिक कथा
- देवी मनसा को भगवान शिव की मानस पुत्री माना जाता है।
- इन्हें नागों की देवी भी कहा जाता है और सात फनों वाले नागों पर विराजित दिखाया जाता है।
- इनके पुत्र आस्तिक मुनि ने सर्प यज्ञ को रोककर नाग जाति को विनाश से बचाया था।
- ऐसा भी माना जाता है कि यहाँ दर्शन करने से सर्प दोष, संतानहीनता, स्वास्थ्य समस्याएं, और विवाह संबंधी बाधाएं दूर होती हैं।
घर पर बनाएं मसालेदार स्ट्रीट स्टाइल वेज मैगी: चटपटा स्वाद, झटपट रेसिपी
मंदिर तक पहुँचने के दो मार्ग
पैदल यात्रा (ट्रेकिंग)
यदि आप प्रकृति से प्रेम करते हैं तो लगभग 2-3 किमी की पर्वतीय चढ़ाई करते हुए मंदिर तक पहुँच सकते हैं। रास्ता वृक्षों और शांति से भरपूर होता है।
उड़नखटोला (रोपवे) – “देवी दर्शन”
यदि आप सुविधाजनक विकल्प चाहते हैं, तो रोपवे सेवा का लाभ लें।
- समय: 5-7 मिनट
- दृश्य: गंगा नदी, हरिद्वार शहर का विहंगम दृश्य
- विशेष: बुजुर्ग और बच्चों के लिए सुरक्षित और आरामदायक
मंदिर में दर्शन और पूजा की परंपराएं
- मुख्य गर्भगृह में माँ मनसा देवी की भव्य मूर्ति स्थित है।
- भक्त नारियल, फूल, चुनरी, और मिठाई अर्पित करते हैं।
- एक विशेष परंपरा है: पवित्र पेड़ पर धागा बांधना, जो भक्तों की मनोकामना पूरी होने तक प्रतीक होता है।
- सुबह और शाम की आरती अत्यंत मनोहारी होती है, जिसमें मंदिर का पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठता है।
हरिद्वार के अन्य दर्शनीय स्थल
स्थल | विशेषता |
---|---|
हर की पौड़ी | गंगा आरती और स्नान के लिए पवित्र घाट |
चंडी देवी मंदिर | दूसरा सिद्ध पीठ, रोपवे सेवा उपलब्ध |
माया देवी मंदिर | एक प्राचीन शक्ति पीठ, हरिद्वार के केंद्र में स्थित |
दक्ष प्रजापति मंदिर | सती और शिव की कथा से जुड़ा ऐतिहासिक मंदिर |
शांति कुंज | गायत्री परिवार द्वारा संचालित आध्यात्मिक केंद्र |
यात्रा के लिए उपयोगी टिप्स
- बेहतर समय: अक्टूबर से मार्च
- कपड़े: शालीन और आरामदायक
- पेयजल और स्नैक्स: विशेषकर पैदल मार्ग पर ज़रूरी
- फुटवियर: आरामदायक जूते पहनें
- भीड़ प्रबंधन: सुबह जल्दी या शाम को देर से जाएं
- सुरक्षा: व्यक्तिगत सामान का ध्यान रखें
- फोटोग्राफी नियम: मंदिर के भीतर फोटोग्राफी वर्जित
मनोकामना पूर्ण करने वाली माँ
मनसा देवी मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भक्ति, विश्वास और शांति का ऐसा संगम है, जो हर श्रद्धालु को आंतरिक शांति और दिव्यता का अनुभव कराता है। यदि आप भी किसी इच्छा के साथ इस पवित्र धाम की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं, तो माँ मनसा देवी की कृपा से आपकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होगी।
-
Latest News2 months ago
जीवन बदलने वाले 5 सबक, जो हम भूल जाते हैं
-
धर्म2 months ago
सावन के अंतिम सोमवार को कैसे करें शिव की पूजा, सम्पूर्ण विधि
-
Latest News4 months ago
वृंदावन: बांके बिहारी मंदिर के अलावा भी ये हैं दर्शनीय स्थान
-
Latest News4 months ago
स्नातक पास के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में 4500 पदों पर भर्ती