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किसानों की समस्याओं पर महत्वपूर्ण बैठक

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किसानों की समस्या

Farmer’s News: अमरोहा में जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स की अध्यक्षता में किसानों की समस्याओं पर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद की गरिमामयी उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस बैठक का मुख्य उद्देश्य भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारियों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं पर विचार-विमर्श करना और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करना था। इस बैठक में किसान भाइयों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को बेबाकी से जिलाधिकारी के समक्ष रखा, जिसमें गन्ना विभाग, कृषि विभाग, बैंक और वन विभाग से संबंधित शिकायतें प्रमुख थीं। जिलाधिकारी ने सभी शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना और संबंधित अधिकारियों को उनका उचित प्रकार से समाधान करने के निर्देश दिए।

गन्ना विभाग और कृषि से जुड़ी चिंताएं

बैठक में किसानों ने गन्ना विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। सबसे पहले, उन्होंने गन्ने की दवाइयों की उपलब्धता और कीमतों पर अपनी चिंता व्यक्त की। किसानों ने बताया कि वे बाजार से जिस कीमत पर दवाएं खरीद रहे हैं, वह काफी अधिक है। उन्होंने सुझाव दिया कि चीनी मिलों द्वारा गन्ने की दवाएं 10% की छूट पर प्रदान की जानी चाहिए।

इस पर, चीनी मिलों के प्रतिनिधियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि यदि उन्हें कम दर पर दवाइयां मिलती हैं, तो वे बाजार दर से 10% की छूट पर किसानों को दवाइयां उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास करेंगे। यह किसानों के लिए एक बड़ी राहत होगी, क्योंकि यह उनकी खेती की लागत को कम करने में सहायक होगा।

इसके अतिरिक्त, कृषि विभाग से संबंधित अन्य समस्याओं पर भी चर्चा हुई। किसानों ने खेती से जुड़ी विभिन्न चुनौतियों पर प्रकाश डाला, जिनमें बीज, खाद और कीटनाशकों की उपलब्धता और गुणवत्ता शामिल थी। जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट समय पर उपलब्ध कराएं और उनकी शिकायतों का तत्काल निवारण करें।

वन विभाग और बिजली आपूर्ति के मुद्दे

बैठक में किसानों ने वन विभाग के प्रति अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि हाल की आंधी में टूटे हुए वृक्षों के निस्तारण के लिए वन विभाग कार्यालय में कई बार शिकायत पत्र दिए गए, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। किसानों ने आरोप लगाया कि वन विभाग शिकायतें मिलने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है। इस पर, जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को तत्काल इन शिकायतों पर ध्यान देने और टूटे हुए वृक्षों का निस्तारण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

बिजली आपूर्ति से संबंधित समस्याएं भी इस बैठक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थीं। किसानों ने शिकायत की कि ट्रांसफार्मर खराब होने पर उन्हें समय पर बदला नहीं जाता है, जिससे उनकी सिंचाई प्रभावित होती है। उन्होंने यह भी बताया कि सिंचाई हेतु उन्हें निर्बाध बिजली आपूर्ति नहीं मिल रही है। किसानों ने एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया कि कृषि हेतु जितनी बिजली की आपूर्ति करने का दिशा-निर्देश है, भले ही उसमें 2 घंटे की कमी कर दी जाए, लेकिन वह निर्बाध रूप से प्राप्त हो। उनका मानना था कि निर्बाध बिजली आपूर्ति से सिंचाई में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।

इसके अलावा, किसानों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा की जा रही अवैध वसूली से संबंधित समस्याओं को भी उठाया। इस पर अधीक्षण अभियंता ने आश्वासन दिया कि यदि बिजली विभाग का कोई कार्मिक गलत कार्य करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बिजली आपूर्ति में सुधार करें और अवैध वसूली जैसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें।

बैंक और गन्ना भुगतान संबंधी मुद्दे

बैठक में किसानों ने बैंक से संबंधित विभिन्न समस्याओं को भी जिलाधिकारी के समक्ष रखा। इनमें ऋण संबंधी मुद्दे, किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़ी समस्याएं और अन्य वित्तीय सेवाओं से संबंधित शिकायतें शामिल थीं। जिलाधिकारी ने लीड बैंक मैनेजर को निर्देश दिए कि वे किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होने दें और उनकी सभी समस्याओं का समाधान करें। यह निर्देश किसानों को वित्तीय सहायता प्राप्त करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक होगा।

सबसे बड़ी चिंताओं में से एक गन्ना किसानों का लंबित भुगतान था। किसानों ने गन्ना भुगतान न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही थी। इस पर, जिला गन्ना अधिकारी ने किसानों को आश्वासन दिया कि जून माह में किसानों का पूर्ण भुगतान कर दिया जाएगा। यह आश्वासन गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि लंबित भुगतान उनकी जीविका को प्रभावित कर रहा था। जिलाधिकारी ने जिला गन्ना अधिकारी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि भुगतान समय पर हो और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके।

निष्कर्ष और आगे की राह

इस महत्वपूर्ण बैठक में क्षेत्राधिकारी धनोरा, जिला वन अधिकारी, उपनिदेशक कृषि, जिला गन्ना अधिकारी, लीड बैंक मैनेजर, सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी तथा भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारी बंधु उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों की समस्याओं को सुनना और उनका प्रभावी समाधान निकालना था। जिलाधिकारी श्रीमती निधि गुप्ता वत्स ने सभी अधिकारियों को किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया।

इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि जिला प्रशासन किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है और उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, केवल निर्देशों से काम नहीं चलेगा। यह महत्वपूर्ण है कि दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए और अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी से करें। किसानों को भी अपनी समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखने और उनके समाधान के लिए सक्रिय रूप से सहयोग करने की आवश्यकता है। भविष्य में ऐसी और बैठकों का आयोजन होना चाहिए ताकि किसानों और प्रशासन के बीच संवाद बना रहे और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। यह किसानों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और कृषि क्षेत्र में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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