ज़माना बदल गया है। कभी शराफ़त का मतलब था — सादगी, ईमानदारी और साफ़ दिल। लेकिन अब? अब जो दिखने में शरीफ़ लगता है, उसके अंदर...
कहते हैं — “तारीफ़ किए बिना कोई खुश होता नहीं, और झूठ बोले बिना किसी की तारीफ़ होती नहीं।” यह पंक्ति आज की हकीकत को बखूबी...
जीवन में हर कोई कभी न कभी ग़लतफ़हमी का शिकार होता है — चाहे वो परिवार में हो, दोस्ती में, प्रेम संबंध में या ऑफिस के...
परिवार हर इंसान की ज़िंदगी का सबसे अहम हिस्सा होता है। परिवार ही वह जगह है जहाँ हमें प्यार, सहारा और पहचान मिलती है। लेकिन जैसे-जैसे...
जीवन में हर इंसान अपने कर्मों से पहचाना जाता है। किसी के गुण (अच्छे कर्म) उसे सम्मान दिलाते हैं, तो किसी के गुनाह (बुरे कर्म) उसे...
हर इंसान की ज़िंदगी में खुशी की तलाश सबसे अहम होती है। लेकिन अक्सर हम खुशी को बहुत दूर कहीं खोजते रहते हैं, जबकि वह हमारे...
जीवन में हर इंसान गलतियाँ करता है — कभी जाने-अनजाने, तो कभी परिस्थितियों के कारण। लेकिन एक अच्छे व्यक्ति की पहचान उसकी गलती से नहीं, बल्कि...